वासेपुर का डॉन फहीम खान अस्पताल में भर्ती, हालत नाज़ुक

धनबाद के वासेपुर का कुख्यात गैंगस्टर फहीम खान, जो वर्तमान में घाघीडीह जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है, गुरुवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया, जहां उसे फिलहाल आईसीयू में रखा गया है।

अस्पताल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

एमजीएम अस्पताल सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में फहीम को हृदय की धमनियों में रुकावट और उच्च रक्तचाप की समस्या पाई गई है। चिकित्सकों ने अगले 48 घंटे को बेहद महत्वपूर्ण बताया है। उसके लिए एक विशेष मेडिकल टीम बनाई गई है। वहीं, सुरक्षा कारणों से अस्पताल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

जेल से अस्पताल तक

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार रात लगभग 11 बजे फहीम खान ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की। जेल चिकित्सकों ने तुरंत उसे प्राथमिक उपचार दिया और उसके बाद एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। जेल प्रशासन का कहना है कि उसकी मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए कोई जोखिम नहीं लिया गया।

अपराध की लंबी पृष्ठभूमि

फहीम खान, जिसे वासेपुर का डॉन कहा जाता है, का नाम झारखंड के अपराध इतिहास में दर्ज है। 1980 के दशक में पिता शफी खान और भाई शमीम खान की हत्या के बाद वह अपराध की राह पर चला और जल्द ही वासेपुर का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया।

निर्देशक अनुराग कश्यप की मशहूर फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” का किरदार फैजल खान, फहीम खान से प्रेरित बताया जाता है।

हत्याओं और रंगदारी का साम्राज्य

1990 और 2000 के दशक में फहीम पर कई हत्याओं और रंगदारी के मामले दर्ज हुए। 2011 में सागिर हत्याकांड में उसे उम्रकैद की सजा हुई। उस पर रेलवे ठेकेदार इरफान खान और धीरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या, साबिर आलम की हत्या का प्रयास, और कई गैंगवार से जुड़े आरोप लगे।

गैंगवार और पारिवारिक दुश्मनी

जेल जाने के बाद उसकी आपराधिक विरासत बेटों और भांजे प्रिंस खान के बीच बंट गई। पैसों और रंगदारी के बंटवारे को लेकर प्रिंस और फहीम खान के परिवार में दुश्मनी बढ़ी। प्रिंस खान, जो अब दुबई से गैंग चला रहा है, पर 91 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2024 में फहीम के 17 वर्षीय भांजे गुल खान की हत्या के बाद वासेपुर में तनाव और बढ़ गया।

पुलिस की पैनी नजर

फहीम खान जेल में रहते हुए भी गैंग को निर्देश देता रहा, जिससे पुलिस और जेल प्रशासन की निगरानी उस पर लगातार बनी रहती है। कई बार उसके वासेपुर स्थित घर पर पुलिस छापेमारी हो चुकी है।


📌 फिलहाल फहीम की हालत नाज़ुक बनी हुई है और चिकित्सक उसकी स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहे हैं।